मयंक अग्रवाल की क्रिकेट यात्रा – बेंगलुरु से ब्लू जर्सी तक का 1सफर

मयंक अग्रवाल एक भारतीय क्रिकेटर हैं, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी कई टीमों का प्रतिनिधित्व किया है।

मयंक अग्रवाल

शुरुआत: बेंगलुरु की गलियों से

मयंक अग्रवाल का जन्म 16 फरवरी 1991 को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुआ। उनका बचपन क्रिकेट के प्रति जुनून से भरा हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बिशप कॉटन बॉयज़ स्कूल से पूरी की और बाद में जैन यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।

उनके साथ पढ़ने वाले केएल राहुल और करुण नायर जैसे खिलाड़ी भी आगे चलकर भारतीय टीम का हिस्सा बने। मयंक की क्रिकेट में दिलचस्पी बचपन से ही थी और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत की।

घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन

मयंक अग्रवाल ने 2010 में कर्नाटक की ओर से घरेलू क्रिकेट की शुरुआत की। उन्होंने जल्दी ही अपनी बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा। 2017-18 रणजी ट्रॉफी सीजन उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ जब उन्होंने एक ही सीजन में 1160 रन बनाए।

उन्होंने एक तिहरा शतक भी जमाया, जो किसी भी भारतीय खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि थी। घरेलू क्रिकेट में उनकी निरंतरता ने उन्हें राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की नजर में ला दिया।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण

मयंक को दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में अपना पहला टेस्ट खेलते हुए उन्होंने 76 रनों की शानदार पारी खेली।

यह डेब्यू पारी न केवल आत्मविश्वास से भरी थी, बल्कि यह उनके मजबूत तकनीक और मानसिक मजबूती को भी दर्शाती थी। इसके बाद उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो दोहरे शतक जमाए और खुद को भारतीय टेस्ट टीम में एक प्रमुख ओपनर के रूप में स्थापित किया।

आईपीएल में सफर

मयंक अग्रवाल ने आईपीएल में अपने करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से की थी। बाद में वे दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के लिए खेले। 2020 और 2021 के सीजन में उन्होंने केएल राहुल के साथ मिलकर पंजाब के लिए कई बेहतरीन पारियां खेलीं।

2022 में उन्हें पंजाब किंग्स का कप्तान नियुक्त किया गया, लेकिन वह सीजन कुछ खास नहीं रहा। इसके बाद 2023 में वह सनराइजर्स हैदराबाद में चले गए। 2025 के आईपीएल ऑक्शन में वे अनसोल्ड रह गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी की।

व्यक्तिगत जीवन और आदर्श

मयंक अग्रवाल का विवाह 2018 में आशिता सूद से हुआ, जो पेशे से एक वकील हैं। वे योग और ध्यान में विश्वास रखते हैं और विपश्यना मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं, जिससे उन्हें मानसिक मजबूती मिलती है।

उन्होंने खुद को ‘मोनक’ (Monk) की तरह आत्मअनुशासन में ढाला है, जिससे उनका क्रिकेटिंग प्रदर्शन और भी बेहतर हुआ है। वे विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर को अपने प्रेरणास्रोत मानते हैं।

मयंक अग्रवाल की उपलब्धियां

  • रणजी ट्रॉफी 2017-18 में सबसे अधिक रन (1160 रन)
  • भारत के लिए 2 दोहरे शतक (टेस्ट में)
  • टेस्ट डेब्यू पर 76 रन (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ)
  • आईपीएल में 2000+ रन और कई फिफ्टी
  • कर्नाटक क्रिकेट को नई ऊंचाई पर ले जाना

निष्कर्ष: संघर्ष से सफलता तक

मयंक अग्रवाल की कहानी एक साधारण लड़के की असाधारण उपलब्धियों की मिसाल है। उनका क्रिकेट के प्रति समर्पण, अनुशासन और आत्मविश्वास उन्हें एक सफल खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा भी बनाता है।

आज मयंक भले ही टेस्ट टीम का नियमित हिस्सा न हों, लेकिन उनकी मेहनत और वापसी की क्षमता उन्हें भविष्य में और भी ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

मयंक अग्रवाल का जन्म कब और कहाँ हुआ?

मयंक अग्रवाल का जन्म 16 फरवरी 1991 को बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ था।

मयंक अग्रवाल ने भारत के लिए डेब्यू कब किया?

उन्होंने दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।

क्या मयंक अग्रवाल ने आईपीएल में कप्तानी की है?

हाँ, उन्होंने 2022 में पंजाब किंग्स की कप्तानी की थी।

मयंक अग्रवाल की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है?

2019 में टेस्ट क्रिकेट में दो दोहरे शतक जमाना और रणजी ट्रॉफी 2017-18 सीजन में 1160 रन बनाना उनकी बड़ी उपलब्धियों में गिना जाता है।

क्या मयंक अग्रवाल IPL 2025 में खेल रहे हैं?

नहीं, IPL 2025 की नीलामी में मयंक अग्रवाल अनसोल्ड रह गए थे।

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