श्रेयस अय्यर, भारतीय क्रिकेट का एक चमकता सितारा, जिन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत के बल पर क्रिकेट की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। उनकी क्रिकेट यात्रा न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे एक युवा खिलाड़ी अपने सपनों को हकीकत में बदल सकता है।
1.प्रारंभिक जीवन
- बचपन और शिक्षा
- परिवार का समर्थन
- घरेलू क्रिकेट करियर
- अंडर-19 टीम में चयन
- आईपीएल यात्रा
- टी20 डेब्यू
- अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर
- अहम मैच और पारियां
- संघर्ष और चुनौतियाँ
- चोट और वापसी
- फॉर्म में गिरावट और सुधार
- दिल्ली कैपिटल्स में शामिल होना
- कप्तानी का सफर
- श्रेयस की खेल शैली की विशेषताएं
- मैदान पर नेतृत्व क्षमता
- व्यक्तिगत जीवन की झलक
- क्रिकेट में श्रेयस की चुनौतियाँ
- युवा खिलाड़ियों के लिए श्रेयस की सलाह
- श्रेयस की पसंदीदा पारियां
- श्रेयस की कप्तानी के प्रेरणास्रोत
- पुरस्कार और सम्मान
- अनुशासन और प्रेरणा
- श्रेयस के पसंदीदा खिलाड़ी
- निजी जीवन
- व्यक्तिगत रुचियाँ और शौक
- सामाजिक योगदान
- भविष्य की संभावनाएँ
- करियर की योजनाएँ
- भारतीय टीम में भविष्य
- भविष्य की योजनाएं
- भारतीय टीम में चयन
- वनडे और टी20 टीम में चयन
- टेस्ट क्रिकेट में चयन
- चयन प्रक्रिया और तैयारी
- चयन के बाद की चुनौतियाँ
- निष्कर्ष
- FAQs
श्रेयस अय्यर का क्रिकेट सफर
- प्रारंभिक जीवन
श्रेयस का जन्म 6 दिसंबर 1994 को मुंबई में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के एक प्रतिष्ठित स्कूल से प्राप्त की। बचपन से ही उनका रुझान क्रिकेट की ओर था और उन्होंने स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।श्रेयस अय्यर भारतीय क्रिकेट के उन चमकते सितारों में से एक हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
- परिवार और समर्थन
श्रेयस के क्रिकेट करियर में उनके परिवार का अहम योगदान रहा है। उनके माता-पिता ने हमेशा उनका हौंसला बढ़ाया और उन्हें हर संभव समर्थन दिया। शुरुआती संघर्षों के बावजूद, परिवार ने उन्हें क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
- घरेलू क्रिकेट करियर
श्रेयस ने अपने घरेलू क्रिकेट करियर की शुरुआत रणजी ट्रॉफी से की। 2014-15 सीजन में उन्होंने मुंबई की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी का ध्यान आकर्षित किया और जल्द ही घरेलू क्रिकेट में एक पहचान बना ली। उनके क्रिकेट की शुरुआत भी मुंबई के गलियों में खेलने से हुई। स्कूल के दिनों में ही उन्होंने अपने क्रिकेट टैलेंट को निखारना शुरू कर दिया था।
- अंडर-19 टीम में चयन
श्रेयस का चयन भारतीय अंडर-19 टीम में हुआ और उन्होंने अपने खेल से सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से कई महत्वपूर्ण मैच जिताए और अपनी पहचान बनाई। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया और जल्दी ही आईपीएल टीमों की नजरों में आ गए।
- आईपीएल यात्रा
श्रेयस अय्यर ने 2015 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की। अपनी शानदार बल्लेबाजी के चलते वे जल्द ही टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए। 2018 में उन्हें दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान नियुक्त किया गया, और उनकी कप्तानी में टीम ने कई यादगार जीत दर्ज की।2024 मे कोल्कत्ता नाइट राइडर की कप्तानी करते हुये कप अपने टिम के नाम दर्ज कराये I
- टी20 डेब्यू
वनडे के बाद श्रेयस ने 2017 में ही टी20 डेब्यू भी किया। उनके आक्रामक बल्लेबाजी स्टाइल ने टी20 में उन्हें एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया।
- अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर
श्रेयस का अंतर्राष्ट्रीय करियर 2017 में शुरू हुआ जब उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टी20 मैच खेला। शुरुआत में उन्हें कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। धीरे-धीरे वे वनडे और टेस्ट टीम का भी हिस्सा बन गए।
- अहम मैच और पारियां
श्रेयस अय्यर ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन कुछ पारियां उनके दिल के बहुत करीब हैं। जैसे कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेली गई उनकी अर्धशतकीय पारी और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में खेली गई शतकीय पारी। इन पारियों ने उन्हें एक कुशल और सक्षम बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है।
संघर्ष और चुनौतियाँ
- चोट और वापसी
श्रेयस अय्यर के करियर में कई बार चोटें आईं, लेकिन उन्होंने हर बार मजबूती से वापसी की। 2021 में कंधे की चोट के बाद उनकी वापसी एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने अपनी फिटनेस पर काम किया और अपने खेल को और भी निखारा।क्रिकेट के मैदान पर चोटिल होना कोई नई बात नहीं है। श्रेयस भी इससे अछूते नहीं रहे। उन्हें कई बार चोट के कारण क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। लेकिन उनकी दृढ़ता और मेहनत ने उन्हें हर बार मजबूती से वापसी करने में मदद की।
- फॉर्म में गिरावट और सुधार
हर खिलाड़ी की तरह श्रेयस को भी फॉर्म में गिरावट का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से फिर से अपनी फॉर्म हासिल की। उनके आत्मविश्वास और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें वापसी करने में मदद की।
- दिल्ली कैपिटल्स का सफर
श्रेयस अय्यर को 2015 में दिल्ली कैपिटल्स (पहले दिल्ली डेयरडेविल्स) ने अपनी टीम में शामिल किया। उनके आक्रामक बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग ने टीम को कई मैच जिताए। उन्होंने जल्दी ही अपने खेल से सबको प्रभावित किया और टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए।
- कप्तानी का सफर
श्रेयस को 2018 में दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान बनाया गया। उनकी कप्तानी में टीम ने 2020 में पहली बार फाइनल में जगह बनाई और श्रेयस की नेतृत्व क्षमता की सराहना की गई। उनकी नेतृत्व क्षमता और टीम को एकजुट रखने की काबिलियत ने सभी को प्रभावित किया। उनकी कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स ने कई महत्वपूर्ण मैच जीते और प्लेऑफ में जगह बनाई।
- श्रेयस की खेल शैली की विशेषताएं
श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी शैली में कुछ विशिष्ट विशेषताएं हैं जो उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती हैं। उनके पास तेज़ गति से रन बनाने की क्षमता है और वे बड़े-बड़े शॉट्स खेलने में माहिर हैं। वे अपनी तकनीक को लगातार सुधारते रहते हैं और विभिन्न परिस्थितियों में खेलने की क्षमता रखते हैं। श्रेयस की आक्रामकता और धैर्य का संतुलन उनकी बल्लेबाजी को और भी विशेष बनाता है।
- मैदान पर नेतृत्व क्षमता
श्रेयस अय्यर की कप्तानी की कला भी उनकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए उन्होंने टीम को कई बार जीत दिलाई है। उनकी रणनीतिक सोच और खेल की गहरी समझ ने उन्हें एक सफल कप्तान के रूप में स्थापित किया है। वे टीम के खिलाड़ियों के साथ अच्छा तालमेल बनाते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं।
- व्यक्तिगत जीवन की झलक
श्रेयस अय्यर का व्यक्तिगत जीवन भी उतना ही रोचक है जितना उनका क्रिकेट करियर। वे अपने परिवार के बहुत करीब हैं और अक्सर अपने माता-पिता और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। श्रेयस को यात्रा करना और नई जगहों को एक्सप्लोर करना भी बहुत पसंद है। वे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं और अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ाव बनाए रखते हैं।
- श्रेयस की फिटनेस और डाइट
श्रेयस अय्यर के फिटनेस रूटीन और डाइट प्लान भी उनके प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे नियमित रूप से जिम जाते हैं और अपने शरीर को फिट रखने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। उनकी डाइट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ और हरी सब्जियाँ शामिल हैं। वे अपनी फिटनेस को बरकरार रखने के लिए योग और मेडिटेशन भी करते हैं।
- क्रिकेट में श्रेयस की चुनौतियाँ
श्रेयस अय्यर को अपने क्रिकेट करियर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। शुरुआती दौर में टीम में जगह पाना और खुद को साबित करना एक बड़ी चुनौती थी। इसके अलावा, चोटों के कारण भी उन्हें कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन हर बार उन्होंने अपने जज्बे और मेहनत से इन चुनौतियों को पार किया।
- युवा खिलाड़ियों के लिए श्रेयस की सलाह
श्रेयस अय्यर मानते हैं कि किसी भी खिलाड़ी के लिए अनुशासन और मेहनत बहुत महत्वपूर्ण हैं। वे युवा खिलाड़ियों को सलाह देते हैं कि वे अपनी फिटनेस पर ध्यान दें और लगातार अपने खेल को सुधारने का प्रयास करें। श्रेयस का कहना है कि अगर आप अपने सपनों के प्रति समर्पित हैं और कड़ी मेहनत करते हैं, तो सफलता निश्चित है।
- श्रेयस की पसंदीदा पारियां
श्रेयस अय्यर ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन कुछ पारियां उनके दिल के बहुत करीब हैं। जैसे कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेली गई उनकी अर्धशतकीय पारी और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में खेली गई शतकीय पारी। इन पारियों ने उन्हें एक कुशल और सक्षम बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है।
- श्रेयस की कप्तानी के प्रेरणास्रोत
श्रेयस अय्यर अपनी कप्तानी के लिए महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली से प्रेरित हैं। वे मानते हैं कि धोनी की शांति और गांगुली की आक्रामकता ने उन्हें एक संतुलित कप्तान बनने में मदद की है। श्रेयस अपने खिलाड़ियों को हमेशा प्रोत्साहित करते हैं और उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं।
- पुरस्कार और सम्मान
श्रेयस अय्यर ने अपने करियर में कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं। उनके द्वारा जीते गए कुछ प्रमुख पुरस्कारों में आईपीएल का सर्वश्रेष्ठ नवोदित खिलाड़ी पुरस्कार और बीसीसीआई द्वारा सर्वश्रेष्ठ युवा क्रिकेटर का पुरस्कार शामिल हैं।
- अनुशासन और प्रेरणा
श्रेयस का मानना है कि अनुशासन किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने करियर में अनुशासन का पालन किया और यही कारण है कि वे इतनी सफलता प्राप्त कर सके। वे युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं और उनका मानना है कि कड़ी मेहनत और अनुशासन से कोई भी सफलता प्राप्त कर सकता है।
- श्रेयस के पसंदीदा खिलाड़ी
श्रेयस के पसंदीदा खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली हैं। वे इन खिलाड़ियों से बहुत प्रेरित हैं और उनका मानना है कि इनकी खेल शैली से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है।
निजी जीवन
- व्यक्तिगत रुचियाँ और शौक
श्रेयस अय्यर को क्रिकेट के अलावा म्यूजिक और डांसिंग का भी शौक है। वे अपने खाली समय में परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। उनके ये शौक उन्हें खेल से अलग राहत और खुशी देते हैं। श्रेयस का व्यक्तिगत जीवन भी बहुत ही दिलचस्प है। उन्हें संगीत सुनना, फिल्में देखना और दोस्तों के साथ समय बिताना बहुत पसंद है। वे एक अच्छे गायक भी हैं और अक्सर अपने दोस्तों के साथ गाना गाते हैं।
- सामाजिक योगदान
श्रेयस समाज सेवा में भी सक्रिय हैं। वे कई चैरिटी संगठनों के साथ जुड़े हुए हैं और समाज के लिए योगदान दे रहे हैं। उनकी सामाजिक जिम्मेदारी और योगदान ने उन्हें एक अच्छा इंसान भी बनाया है।
भविष्य की संभावनाएँ
- करियर की योजनाएँ
श्रेयस अय्यर ने अपने करियर के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। वे भारतीय टीम के लिए और भी महत्वपूर्ण योगदान देना चाहते हैं और टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं। उनके ये लक्ष्य उन्हें हमेशा प्रेरित करते रहते हैं।
- भारतीय टीम में भविष्य
श्रेयस अय्यर का भविष्य भारतीय क्रिकेट टीम में उज्ज्वल है। उनकी बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें टीम का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। उनके खेल और समर्पण से भारतीय क्रिकेट को और भी सफलता मिलेगी।
- भविष्य की योजनाएं
श्रेयस अय्यर की भविष्य की योजनाओं में भारतीय टीम के लिए अधिक से अधिक मैच जीतना और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करना शामिल है। वे क्रिकेट के बाद भी खेल से जुड़े रहना चाहते हैं और कोचिंग या कमेंट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं।श्रेयस अय्यर की भविष्य की योजनाओं में भारतीय टीम को और भी ऊँचाइयों पर ले जाने का सपना शामिल है।
वे आने वाले विश्व कप में भारतीय टीम को जीत दिलाने का लक्ष्य रखते हैं। इसके अलावा, वे क्रिकेट के बाद कोचिंग या कमेंट्री में अपना करियर बनाने का भी विचार कर रहे हैं ताकि वे अपने अनुभव और ज्ञान को युवा खिलाड़ियों के साथ साझा कर सकें।
भारतीय टीम में चयन
- वनडे और टी20 टीम में चयन
श्रेयस अय्यर का भारतीय क्रिकेट टीम में चयन उनके निरंतर अच्छे प्रदर्शन का परिणाम था। 2017 में, उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया। उनके पहले ही मैच में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया और अपनी जगह पक्की की। वनडे और टी20 दोनों प्रारूपों में उन्होंने अपने आक्रामक खेल से दर्शकों और चयनकर्ताओं का दिल जीता।
- टेस्ट क्रिकेट में चयन
श्रेयस अय्यर को 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल किया गया। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने शानदार शतक बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस शतक ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर दिया। उनकी तकनीकी कौशल और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी सफल बनाया।
- चयन प्रक्रिया और तैयारी
श्रेयस अय्यर का भारतीय टीम में चयन उनके लगातार घरेलू और आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते हुआ। उन्होंने रणजी ट्रॉफी और आईपीएल में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया। उनकी तैयारी में कठिन अभ्यास, फिटनेस पर ध्यान और खेल के प्रति समर्पण शामिल था। उनके इस समर्पण ने ही उन्हें भारतीय टीम में स्थान दिलाया।
- चयन के बाद की चुनौतियाँ
भारतीय टीम में चयन के बाद श्रेयस अय्यर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने अपनी मेहनत और संकल्प से इन चुनौतियों का सामना किया और टीम में अपनी जगह को मजबूती से कायम रखा।
श्रेयस अय्यर का भारतीय टीम में चयन उनके क्रिकेट करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। उनकी निरंतर मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया, और वे भारतीय क्रिकेट के एक चमकते सितारे बन गए।
संघर्ष से सफलता तक की यात्रा
- प्रारंभिक संघर्ष
श्रेयस अय्यर का क्रिकेट सफर आसान नहीं था। मुंबई के गलियों में क्रिकेट खेलने वाले एक छोटे बच्चे से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा हुआ था। बचपन में ही उन्हें क्रिकेट के प्रति जुनून था, लेकिन संसाधनों की कमी और कठिनाइयों ने उनके रास्ते में कई बार बाधाएँ डालीं।
- घरेलू क्रिकेट में संघर्ष
मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम में जगह बनाना आसान नहीं था। श्रेयस ने अपने खेल में निरंतरता बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत की। कई बार चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हर मौके को भुनाया। उनकी मेहनत और धैर्य ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में सफल बनाया।
- आईपीएल में संघर्ष
आईपीएल में श्रेयस का सफर भी चुनौतीपूर्ण रहा। शुरुआत में उन्हें दिल्ली कैपिटल्स की टीम में शामिल किया गया, लेकिन अपनी जगह पक्की करने के लिए उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने के बाद भी उन पर दबाव था, लेकिन उन्होंने इसे अवसर के रूप में लिया और टीम को सफलता की ओर ले गए।
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चुनौतियाँ
भारतीय टीम में जगह बनाने के बाद भी श्रेयस अय्यर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। चोटें, फॉर्म में गिरावट, और टीम में अपनी जगह बनाए रखने का दबाव हमेशा उनके साथ रहा। 2021 में कंधे की चोट ने उन्हें कुछ समय के लिए खेल से दूर कर दिया, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए दिखा दिया कि उनका संकल्प और जुनून कितना मजबूत है।
- प्रेरणादायक वापसी
कंधे की चोट के बाद श्रेयस अय्यर की वापसी प्रेरणादायक थी। उन्होंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और अपनी बल्लेबाजी को और भी निखारा। उनकी वापसी ने साबित कर दिया कि अगर आप में दृढ़ता और संकल्प है, तो आप किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं।
- सफलता की कहानी
श्रेयस अय्यर की सफलता की कहानी उनके संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की कहानी है। उन्होंने साबित कर दिया कि सच्ची मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनके क्रिकेट सफर ने न केवल उन्हें बल्कि उन सभी युवाओं को प्रेरित किया है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
श्रेयस अय्यर का क्रिकेट सफर संघर्ष और सफलता की एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से भारतीय क्रिकेट में अपनी एक खास जगह बनाई है। उनका करियर आने वाले समय में और भी ऊँचाइयों को छूने के लिए तैयार है।
- निष्कर्ष
श्रेयस अय्यर की संघर्ष से सफलता तक की यात्रा हमें सिखाती है कि मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास से किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है। उनकी कहानी न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करना चाहता है। श्रेयस ने यह साबित किया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो मुश्किल से मुश्किल राह भी आसान हो जाती है।
FAQs
श्रेयस अय्यर का सबसे बड़ा योगदान क्या है?
श्रेयस अय्यर का सबसे बड़ा योगदान उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और टीम को मुश्किल परिस्थितियों से निकालने की क्षमता है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मैचों में भारतीय टीम के लिए अहम पारियां खेली हैं।
श्रेयस अय्यर की सबसे यादगार पारी कौन सी है?
श्रेयस की सबसे यादगार पारी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में खेली गई शतकीय पारी है, जहां उन्होंने अपनी टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
श्रेयस अय्यर का पसंदीदा शौक क्या है?
श्रेयस को संगीत सुनना, फिल्में देखना और गाना गाना बहुत पसंद है। वे एक अच्छे गायक भी हैं और अपने दोस्तों के साथ अक्सर गाना गाते हैं।
श्रेयस अय्यर ने क्रिकेट के बाहर कौन से क्षेत्रों में काम किया है?
श्रेयस अय्यर ने क्रिकेट के बाहर भी कई क्षेत्रों में काम किया है, जिनमें ब्रांड एंबेसडर के रूप में विज्ञापन करना और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक भाषण देना शामिल है।
श्रेयस अय्यर की भविष्य की योजनाएं क्या हैं?
श्रेयस अय्यर की भविष्य की योजनाओं में भारतीय टीम के लिए अधिक से अधिक मैच जीतना और क्रिकेट के बाद कोचिंग या कमेंट्री में अपना करियर बनाना शामिल है।